भगवान नृसिंह आरती

भगवान नृसिंह आरती

॥ श्री नृसिंह भगवान की आरती ॥

ॐ जय नरसिंह हरे, प्रभु जय नरसिंह हरे।

स्तम्भ फाड़ प्रभु प्रकटे, स्तम्भ फाड़ प्रभु प्रकटे,

जन का ताप हरे॥

ॐ जय नरसिंह हरे॥

तुम हो दीन दयाला, भक्तन हितकारी, प्रभु भक्तन हितकारी।

अद्भुत रूप बनाकर, अद्भुत रूप बनाकर,

प्रकटे भय हारी॥

ॐ जय नरसिंह हरे॥

सबके हृदय विदारण, दुस्यु जियो मारी, प्रभु दुस्यु जियो मारी।

दास जान अपनायो, दास जान अपनायो,

जन पर कृपा करी॥

ॐ जय नरसिंह हरे॥

ब्रह्मा करत आरती, माला पहिनावे, प्रभु माला पहिनावे।

शिवजी जय जय कहकर, पुष्पन बरसावे॥

ॐ जय नरसिंह हरे॥

आज का ज्योतिषीय विचार

“कर्म और ग्रह दोनों जीवन को गढ़ते हैं।”

— पंडित जगन्नाथ