कैलेंडर 2025: एक विविधता भरा वर्ष
भारत एक ऐसा देश है जहाँ कई धर्म और संप्रदाय एक साथ रहते हैं। हर धर्म के अपने त्यौहार और धार्मिक समारोह होते हैं। अगर आप साल 2025 में पड़ने वाले सभी पर्वों, धार्मिक समारोहों और छुट्टियों के बारे में जानना चाहते हैं, तो यह कैलेंडर 2025 आपके लिए सबसे उपयोगी है। हमने आपके लिए इस कैलेंडर को विशेष रूप से तैयार किया है ताकि आपको साल भर की सभी महत्वपूर्ण जानकारी एक ही जगह पर मिल सके।
भारतीय कैलेंडर (शक संवत) क्या है?
आधुनिक भारतीय राष्ट्रीय कैलेंडर को शक संवत के नाम से जाना जाता है। इसे 1957 में भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय पंचांग के रूप में अपनाया गया था। इसका प्रयोग सरकारी गजट, आकाशवाणी और सरकारी कैलेंडरों में ग्रेगोरियन कैलेंडर के साथ-साथ किया जाता है। शक कैलेंडर सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि ऐतिहासिक रूप से इंडोनेशिया के कुछ हिस्सों में भी प्रयोग किया जाता रहा है। यह प्राचीन परंपराओं और विश्वासों को पोषित करने की भारत की प्रवृत्ति को दर्शाता है।
भारतीय कैलेंडर की संरचना
भारतीय कैलेंडर, जो कि एक चंद्र-सौर मंडल पर आधारित है, इसकी अपनी स्थानीय विविधता है लेकिन यह 12 महीने और 365 दिन के नियम का पालन करता है। हालांकि, इसमें महीनों के नाम ग्रेगोरियन कैलेंडर से अलग होते हैं। भारतीय कैलेंडर का पहला महीना चैत्र है और आखिरी महीना फाल्गुन है।
चंद्र-सौर कैलेंडर के अनुसार 12 महीने हैं:
- चैत्र
- वैशाख
- ज्येष्ठ
- आषाढ़
- श्रावण
- भाद्रपद (भद्र)
- अश्विन
- कार्तिक
- अग्रहायण (मार्गशीर्ष)
- पौष
- माघ
- फाल्गुन
त्योहारों की तिथियां: ज्योतिषीय गणना पर आधारित
भारतीय त्योहार कैलेंडर में कुछ तिथियाँ जैसे स्वतंत्रता दिवस या गणतंत्र दिवस तय होती हैं। हालांकि, अधिकांश धार्मिक त्योहार सूर्य और चंद्रमा की गति पर आधारित होते हैं। इन त्योहारों की सही तिथि निर्धारित करने के लिए ज्योतिषीय गणना और चंद्रमा व सितारों की स्थिति को देखा जाता है। उदाहरण के लिए, ईद का त्योहार पूरी तरह से चंद्रमा के दर्शन पर निर्भर करता है।
इस कैलेंडर में आपको साल 2025 में पड़ने वाले सभी प्रमुख हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, और बौद्ध त्योहारों की जानकारी मिलेगी। इसके साथ ही, सरकारी छुट्टियों की सूची भी दी गई है ताकि आप अपनी योजनाएं बेहतर तरीके से बना सकें।