आज का पंचांग: तिथि, नक्षत्र और शुभ मुहूर्त का महत्व

क्या आप जानना चाहते हैं कि आज का दिन आपके लिए कितना शुभ है? आज का पंचांग (दैनिक पंचांग) आपको दैनिक जीवन के सभी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय पहलुओं की जानकारी देता है। यह हिंदू कैलेंडर हमें तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण जैसी पांच प्रमुख चीजों के बारे में बताता है, जिससे हम अपने धार्मिक, सामाजिक और व्यक्तिगत कार्यों के लिए सबसे शुभ समय का चुनाव कर सकें।

शुक्रवार, सितंबर 19, 2025

आज का पंचांग

तिथि
द्वादशी - 23:26:21 तक
नक्षत्र
पुष्य - 06:33:08 तक
करण
कौलव - 11:30:29 तक, तैतिल - 23:26:21 तक
पक्ष
कृष्ण
योग
शिव - 21:37:12 तक
वार
गुरूवार

सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ

सूर्योदय
06:07:10
सूर्यास्त
18:23:13
चन्द्र राशि
कर्क
चन्द्रोदय
सितंबर 19, 2025

को 03:33:00 बजे

'>27:33:00
चन्द्रास्त
16:30:59
ऋतु
शरद

हिन्दू मास एवं वर्ष

शक सम्वत
1947   विश्वावसु
विक्रम सम्वत
2082
काली सम्वत
5126
प्रविष्टे / गत्ते
2
मास पूर्णिमांत
आश्विन
मास अमांत
भाद्रपद
दिन काल
12:16:03

अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)

दुष्टमुहूर्त
10:12:30 से 11:01:35 तक, 15:06:56 से 15:56:00 तक
कुलिक
10:12:30 से 11:01:35 तक
कंटक
15:06:56 से 15:56:00 तक
राहु काल
13:47:11 से 15:19:12 तक
कालवेला / अर्द्धयाम
16:45:04 से 17:34:08 तक
यमघण्ट
06:56:14 से 07:45:18 तक
यमगण्ड
06:07:10 से 07:39:10 तक
गुलिक काल
09:11:10 से 10:43:11 तक

शुभ समय (शुभ मुहूर्त)

अभिजीत
11:50:39 से 12:39:43 तक

दिशा शूल

दिशा शूल
दक्षिण

चन्द्रबल और ताराबल

ताराबल
अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती
चन्द्रबल
वृषभ, कर्क, कन्या, तुला, मकर, कुम्भ
ग्रह राशि रेखांश नक्षत्र पद
सूर्य कन्या 01-09-31 उ0फाल्गुनी 2
चंद्र कर्क 16-25-46 पुष्य 4
मंगल तुला 02-55-55 चित्रा 3
बुध कन्या 05-05-13 उ0फाल्गुनी 3
गुरू मिथुन 26-25-43 पुनर्वसु 2
शुक्र सिंह 03-57-35 मधा 2
शनि मीन 04-31-17 उ0भाद्रपद 1
राहु कुंभ 23-30-23 पूर्वाभाद्रपद 2
केतु सिंह 23-30-23 पू0फाल्गुनी 4
यूरे वृषभ 07-13-42 कृतिका 4
नेप मीन 06-37-27 उ0भाद्रपद 1
प्लू मकर 07-06-21 उ0षाढा 4

आज का ज्योतिषीय विचार

“कर्म और ग्रह दोनों जीवन को गढ़ते हैं।”

— पंडित जगन्नाथ

हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने से पहले पंचांग देखना एक प्राचीन परंपरा है। यह न सिर्फ एक कैलेंडर है, बल्कि ज्योतिषीय गणनाओं का एक संग्रह है जो हमें समय की प्रकृति और ऊर्जा के बारे में बताता है। पंचांग शब्द पांच अंगों से मिलकर बना है, जो समय के पांच प्रमुख घटकों का प्रतिनिधित्व करते हैं।


पंचांग के पांच मुख्य अंग

पंचांग में मुख्य रूप से इन पांच घटकों का विस्तृत विवरण होता है:


दैनिक जीवन में पंचांग का महत्व

पंचांग का उपयोग सिर्फ धार्मिक कार्यों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे दैनिक जीवन में भी बहुत उपयोगी है।

आज के डिजिटल युग में, आप आसानी से ऑनलाइन आज का पंचांग देख सकते हैं और अपने दिन की योजना ग्रहों की स्थिति के अनुसार बना सकते हैं।